पड़ोसन आंटी की जबरजस्त चुदाई: आंटी की मोटी गांड का मारने में मुझे बहुत मजा आ रहा था। और में उन्हें जोर जोर से चोद रहा था। वो भी मस्त होकर मेरे लण्ड को एन्जॉय कर रही थी।
दोस्तों में आज आप लोगो को अपने पड़ोस में रहने वाली सेक्सी आंटी की चुदाई का रहस्य बताने जा रहा हु।
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम अजय है में आज आपको जीवन घटित एक सच्ची घटना बताने जा रहा हु , में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में जॉब करना हु , में जहा रहता हु उस कॉलोनी में लगभग सभी लोग कंपनी में कार्यरत है , में जहा रहता हु यह एक इंड्रस्ट्रियल एरिया है , में यहां पिछले एक साल से काम कर रहा हु , और यहां नहुत से लोग रहते है , बात उस समय की है जब मेरी नाईट शिफ्ट चल रही थी मुझे रात में १० बजे से लेकर सुबह ६ बजे तक काम करना पड़ता था।
में सुबह घर आकर सो जाता था , फिर १२ बजे उठकर कैंटीन में खाना खाने जाता था , फिर आकर अपने कमरे पर आराम करता था , मेरे पड़ोस में एक फेमिली रहती हे , जिसमे एक अंकल आंटी और उनकी एक १२ साल की बेटी है , जो दिन में अक्सर स्कूल चली जाती है , और अंकल की ड्यूटी का टाइम भी दिन में रहता है , और दिन में आंटी अक्सर घर में अकेली रहती है , और ये मुझे अभी पता चला जब मेरी नाईट ड्यूटी हुयी।
दोस्तों आंटी बहुत ही ज्यादा खूबसूरत और सेक्सी है जबकि उनकी बेटी भी काफी बड़ी है , आंटी आज भी एक नम्बर की चुड़क्कड़ लगती है , ऐसा लगता हे अंकल ने ज्यादा छोड़ा ही नहीं आंटी को , वो हमेशा सेक्सी अंदाज में रहती भी है , हमेशा सेक्सी कपडे पहनती है , जैसे स्लीवलेस गाउन जिसमे उसके बगल के बाल दिखते रहते है , और गाउन के निचे कुछ भी नहीं पहनती है , जिस से उसके दूध साफ साफ नजर आते है , क्युकी जहा हम रहते है वहा दिन के टाइम में ज्यादा कोई रहता नहीं हे , और कभी कभी तो आंटी नंगी होकर ही नहाती हे खुले में जो नज़ारा बहुत ही खूबसूरत होता है।
दोस्तों जब मेरी नाईट ड्यूटी थी तो में दिन अक्सर घर पर ही सोता रहता था , एक दिन की बात है आंटी भी दिन में घर में अकेली थी और अंकल ड्यूटी गए थे , बेटी भी स्कूल चली गयी थी , और घर घर में वो अकेली थी , और उसे पता था की में घर पर ही हु ,क्युकी में अक्सर १२ बजे उठकर फ्रेश होता था।
रोज की तरह उस दिन भी में फ्रेश होने बाथ रूम की और बढ़ा और में टॉयलेट में चला गया उस समय बाथरूम में कोई नहीं था , लेकिन जब में बाथरूम से बाहर आया तो मेने देखा की आंटी बाथरूम में आ चुकी है , और वो पूरी नंगी थी , जैसे ही में बाहर आया मेने देखा वो पूरी नंगी होकर नहा रही थी , उसकी बड़ी बड़ी गांड मेने देख लिया , क्युकी वो उस साइड मुँह करके नहा रही थी , पर में अब उसे जाकर तो पकड़ लेता नहीं , पर में ये सब समझ गया था की आंटी जानबूझकर मुझे अपनी गांड दिखा रही थी।
और मेने ये अंदाजा लगा लिया की आंटी को गांड मरने का बहुत बड़ा वाला शोक है , और में उसे पीछे से ही देख रहा था , अब मेरा लैंड खड़ा गया था , अब उसकी गोरी गांड को मारना चाहता था , पर मेरे खड़े लण्ड को आराम देने के लिए में अपने रूम में जाकर मुठ मारने लगा , फिर में नहाने लिए बाथरूम की और जाने लगा , मुझे लगा अब आंटी चली गयी हे , अब में जाकर नहा लेता हु , और में अंदर गया तो उन्होंने वहां अपनी सेक्स गाउन छोड़ कर चली गयी थी , जिसको देखकर मेंरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया था।
में बाथरूम में केवल टॉवल लपेट कर गया था , और अंदर कुछ नहीं पहना था , क्युकी आंटी भी नंगी होकर नहा रही थी तो में क्यों नहीं नहा सकता था , मेने यही सोचकर अंदर नंगा हो गया , और टॉवल बाहर लटका दिया , तब आंटी आई और बोली अरे मेरी साडी उठा दो अंदर हे में बाहर डाल कर सूखा देती हु , तब में हड़बड़ा गया क्युकी में पूरा नंगा होकर नहा रहा था , पर मेने हिम्मत करके थोड़ा सा दरवाजा खोला , और मेने सोचा उसी में से आंटी को साडी दे दू।
पर दोस्तों हद तो तब हो गयी जब मेने बाहर देखा की आंटी ने अभी भी कुछ नहीं पहना ,और वो पूरी नंगी थी। उनको देखकर मेरा दिमाग खराब हो गया , मेने सोचा क्या करू , लेकिन उस समय कुछ समझ नहीं आया मेने अपनी मुंडी निचे कर लिया , तब आंटी बोली अरे क्या हुआ , मुझसे क्यों शरमा रहे हो , में तो बहुत बड़ी हु न तुमसे चलो देखो ऊपर , मेने ऊपर देखा तो बोली में क्या अब सुन्दर नहीं लगती हु क्या ? मेने बोलै नहीं आंटी ऐसी बात नहीं है , आप तो बहुत सेक्सी लगती हो।
मेरे इस शब्द को सुनकर आंटी फॉर्म में आ गयी और उसने मेरा हाथ पकड़ के बाहर खींच लिया और में भी पूरा नंगा था , और मेरा लण्ड तो पहले ही उन्हें देखकर खड़ा हो गया था , अब वो मुझे देखकर बोली अरे क्या बात हे आप भी नंगे होकर नहा रहे हो , मेने नहा बस आज वो मेरी चड्डी सुखी नहीं थी तो नंगा होकर नहा रहा था , तब आंटी बोली क्या बात हे आपका लण्ड तो काफी बड़ा हे , मेने कुछ नहीं बोला , तब उसने आगे बढ़कर मेरे लण्ड को पकड़ा और अंदर ले गयी कमरे में।
फिर उसने मेरे लण्ड को हिलाना चालू किया और बोली , आप मुठ मरते हो क्या , मेने कहा हां अभी मारा था कुछ देर पहले , बोली क्यों मुझे नंगा देखकर मुठ मरे क्या , मेने कहा हां जी। फिर उसने मेरे लण्ड को अपने मुँह के पास ले गयी, और जीभ से लगाकर बोली हाँ यार स्वाद तो अच्छा हे , तब मेने बोलै अरे अच्छे से लीजिये स्वाद आंटी , फिर वो नशीली आंखो से मेरी और देखते हुए मेरे लण्ड को अपने मुँह में रखकर चूसने लगी , फिर मेने उसको किश करना शुरू किया।
हम दोनों पहले से ही नंगे थे , बस जरुरत थी तो उसकी गांड में अपना लण्ड घुसाने की। फिर आंटी उसकी चूत को फैलाकर लेट गयी , लेकिन उसकी छूट अब भोसड़ा बनी हुयी थी , इसलिए मेने आंटी से बोलै मुझे आपकी गांड मरना है , क्या आप मारने दोगी , फिर उस आंटी ने अपनी गांड ऊँची करके मेरे सामने कुटिया बनकर लेट गयी फिर मेने आंटी की मोती गांड में अपना लण्ड डाल दिया , उसके बाद मेने आंटी की गांड खूब मारा जिस से आंटी को भी बहुत मजा आने लगा , और आंटी आह उह आह यह करके चिल्लाने लगी , जिस से मेरी छूट हो गयी और में ने अपना सारा वीर्य आंटी की गांड में भर दिया।
उसके बाद दोस्तों मेने अपनी ड्यूटी नाईट ही करवा लिया , और दिन में आंटी करके चोदने लगा , कभी कभी तो आंटी को चलते फिरते कोलगेट ही करवा देता था , जिस से आंटी भी अब बहुत खुश रहने लगी थी।
में सुबह घर आकर सो जाता था , फिर १२ बजे उठकर कैंटीन में खाना खाने जाता था , फिर आकर अपने कमरे पर आराम करता था , मेरे पड़ोस में एक फेमिली रहती हे , जिसमे एक अंकल आंटी और उनकी एक १२ साल की बेटी है , जो दिन में अक्सर स्कूल चली जाती है , और अंकल की ड्यूटी का टाइम भी दिन में रहता है , और दिन में आंटी अक्सर घर में अकेली रहती है , और ये मुझे अभी पता चला जब मेरी नाईट ड्यूटी हुयी।
दोस्तों आंटी बहुत ही ज्यादा खूबसूरत और सेक्सी है जबकि उनकी बेटी भी काफी बड़ी है , आंटी आज भी एक नम्बर की चुड़क्कड़ लगती है , ऐसा लगता हे अंकल ने ज्यादा छोड़ा ही नहीं आंटी को , वो हमेशा सेक्सी अंदाज में रहती भी है , हमेशा सेक्सी कपडे पहनती है , जैसे स्लीवलेस गाउन जिसमे उसके बगल के बाल दिखते रहते है , और गाउन के निचे कुछ भी नहीं पहनती है , जिस से उसके दूध साफ साफ नजर आते है , क्युकी जहा हम रहते है वहा दिन के टाइम में ज्यादा कोई रहता नहीं हे , और कभी कभी तो आंटी नंगी होकर ही नहाती हे खुले में जो नज़ारा बहुत ही खूबसूरत होता है।
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दोस्तों जब मेरी नाईट ड्यूटी थी तो में दिन अक्सर घर पर ही सोता रहता था , एक दिन की बात है आंटी भी दिन में घर में अकेली थी और अंकल ड्यूटी गए थे , बेटी भी स्कूल चली गयी थी , और घर घर में वो अकेली थी , और उसे पता था की में घर पर ही हु ,क्युकी में अक्सर १२ बजे उठकर फ्रेश होता था।
रोज की तरह उस दिन भी में फ्रेश होने बाथ रूम की और बढ़ा और में टॉयलेट में चला गया उस समय बाथरूम में कोई नहीं था , लेकिन जब में बाथरूम से बाहर आया तो मेने देखा की आंटी बाथरूम में आ चुकी है , और वो पूरी नंगी थी , जैसे ही में बाहर आया मेने देखा वो पूरी नंगी होकर नहा रही थी , उसकी बड़ी बड़ी गांड मेने देख लिया , क्युकी वो उस साइड मुँह करके नहा रही थी , पर में अब उसे जाकर तो पकड़ लेता नहीं , पर में ये सब समझ गया था की आंटी जानबूझकर मुझे अपनी गांड दिखा रही थी।
और मेने ये अंदाजा लगा लिया की आंटी को गांड मरने का बहुत बड़ा वाला शोक है , और में उसे पीछे से ही देख रहा था , अब मेरा लैंड खड़ा गया था , अब उसकी गोरी गांड को मारना चाहता था , पर मेरे खड़े लण्ड को आराम देने के लिए में अपने रूम में जाकर मुठ मारने लगा , फिर में नहाने लिए बाथरूम की और जाने लगा , मुझे लगा अब आंटी चली गयी हे , अब में जाकर नहा लेता हु , और में अंदर गया तो उन्होंने वहां अपनी सेक्स गाउन छोड़ कर चली गयी थी , जिसको देखकर मेंरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया था।
में बाथरूम में केवल टॉवल लपेट कर गया था , और अंदर कुछ नहीं पहना था , क्युकी आंटी भी नंगी होकर नहा रही थी तो में क्यों नहीं नहा सकता था , मेने यही सोचकर अंदर नंगा हो गया , और टॉवल बाहर लटका दिया , तब आंटी आई और बोली अरे मेरी साडी उठा दो अंदर हे में बाहर डाल कर सूखा देती हु , तब में हड़बड़ा गया क्युकी में पूरा नंगा होकर नहा रहा था , पर मेने हिम्मत करके थोड़ा सा दरवाजा खोला , और मेने सोचा उसी में से आंटी को साडी दे दू।
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पर दोस्तों हद तो तब हो गयी जब मेने बाहर देखा की आंटी ने अभी भी कुछ नहीं पहना ,और वो पूरी नंगी थी। उनको देखकर मेरा दिमाग खराब हो गया , मेने सोचा क्या करू , लेकिन उस समय कुछ समझ नहीं आया मेने अपनी मुंडी निचे कर लिया , तब आंटी बोली अरे क्या हुआ , मुझसे क्यों शरमा रहे हो , में तो बहुत बड़ी हु न तुमसे चलो देखो ऊपर , मेने ऊपर देखा तो बोली में क्या अब सुन्दर नहीं लगती हु क्या ? मेने बोलै नहीं आंटी ऐसी बात नहीं है , आप तो बहुत सेक्सी लगती हो।
मेरे इस शब्द को सुनकर आंटी फॉर्म में आ गयी और उसने मेरा हाथ पकड़ के बाहर खींच लिया और में भी पूरा नंगा था , और मेरा लण्ड तो पहले ही उन्हें देखकर खड़ा हो गया था , अब वो मुझे देखकर बोली अरे क्या बात हे आप भी नंगे होकर नहा रहे हो , मेने नहा बस आज वो मेरी चड्डी सुखी नहीं थी तो नंगा होकर नहा रहा था , तब आंटी बोली क्या बात हे आपका लण्ड तो काफी बड़ा हे , मेने कुछ नहीं बोला , तब उसने आगे बढ़कर मेरे लण्ड को पकड़ा और अंदर ले गयी कमरे में।
फिर उसने मेरे लण्ड को हिलाना चालू किया और बोली , आप मुठ मरते हो क्या , मेने कहा हां अभी मारा था कुछ देर पहले , बोली क्यों मुझे नंगा देखकर मुठ मरे क्या , मेने कहा हां जी। फिर उसने मेरे लण्ड को अपने मुँह के पास ले गयी, और जीभ से लगाकर बोली हाँ यार स्वाद तो अच्छा हे , तब मेने बोलै अरे अच्छे से लीजिये स्वाद आंटी , फिर वो नशीली आंखो से मेरी और देखते हुए मेरे लण्ड को अपने मुँह में रखकर चूसने लगी , फिर मेने उसको किश करना शुरू किया।
हम दोनों पहले से ही नंगे थे , बस जरुरत थी तो उसकी गांड में अपना लण्ड घुसाने की। फिर आंटी उसकी चूत को फैलाकर लेट गयी , लेकिन उसकी छूट अब भोसड़ा बनी हुयी थी , इसलिए मेने आंटी से बोलै मुझे आपकी गांड मरना है , क्या आप मारने दोगी , फिर उस आंटी ने अपनी गांड ऊँची करके मेरे सामने कुटिया बनकर लेट गयी फिर मेने आंटी की मोती गांड में अपना लण्ड डाल दिया , उसके बाद मेने आंटी की गांड खूब मारा जिस से आंटी को भी बहुत मजा आने लगा , और आंटी आह उह आह यह करके चिल्लाने लगी , जिस से मेरी छूट हो गयी और में ने अपना सारा वीर्य आंटी की गांड में भर दिया।
उसके बाद दोस्तों मेने अपनी ड्यूटी नाईट ही करवा लिया , और दिन में आंटी करके चोदने लगा , कभी कभी तो आंटी को चलते फिरते कोलगेट ही करवा देता था , जिस से आंटी भी अब बहुत खुश रहने लगी थी।
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