प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड

प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड:  मुझे दीदी ने पूरा नंगा कर दिया और मेरा लौड़ा उन्हें देखकर खड़ा हो गया। दीदी ने मेरे लण्ड को मुँह में लेकर उसे पीना शुरू किया तो मेरे लण्ड से पानी निकलने लगा। और मेरी प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड देकर मुझे बहुत सुकून मिला।



प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड
प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड 

प्यारी दीदी के मुँह में लण्ड : मेरी ने दीदी जब मेरा लण्ड लेकर चूसा तो मेरा वीर्य निकल कर गिर गया। 


 दोस्तों आप तो बहुत ही अच्छे से जानते होंगे कि मेरी उम्र में लगभग अट्ठारह उन्नीस साल में लड़कों का कितना ज्यादा मन बहकता है। और वे अक्सर लड़कियों के बारे में ही इस समय पर सोचते रहते हैं। दोस्तों मेरी भी हालत कुछ ऐसी ही है मैं बस अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियों को पटाने की जुगाड़ में लगा रहता हूं लेकिन मुझे अभी तक इसमें सफलता हासिल नहीं हुई है।


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क्योंकि मैंने अभी तक किसी भी लड़की के साथ कभी किस भी नहीं किया है। और अभी तक मैं केवल हाथ से ही काम चला रहा हूं मुझे हस्तमैथुन करते हुए लगभग 5 साल बीत चुके हैं और मेरी हालत जगदम दुबली पतली है दोस्तों मेरी बीवी बहुत ही जाना सेक्सी और अट्रैक्टिव लगती है। मैं आपको इसलिए बता रहा हूं कि अब मैं इतना ज्यादा काम हो गया हूं। क्योंकि मुझे कोई लड़की तो मिल नहीं रही है तो मैं जब भी दीदी घर आती हैं तो उन्हें देख कर अपना पेट भर लिया करता हूं।

 मेरी दीदी जब भी घर आती है तुम्हें देखता हूं कि वह अक्सर किसी लड़के से फोन पर बातें किया करती है वह शायद उनका बॉयफ्रेंड होगा। और मैं बस यही सोच कर और ज्यादा टेंशन में रहता हूं कि मेरी बीवी का जो भी बॉयफ्रेंड होगा वह कितना खुशनसीब होगा क्योंकि मेरी दीदी का फिगर बहुत ही आकर्षक है। और मेरी दीदी के  बड़े बूब्स जो कि बहुत ही गोरे और चिकने हैं, क्योंकि मैंने उसे कभी देखा नहीं है लेकिन मुझे लगता है क्योंकि घर पर अक्सर दीदी बहुत ही शार्ट कपड़े पहन कर रखते हैं।

 जिससे कि मुझे उनकी गोरी चिकनी जांघ और उनके बूब्स उनके अंडर आर्म्स इन सारी चीजों के दर्शन हो जाया करते हैं और मैं इन सब को ही देख कर अपने हस्तमैथुन के जुगाड़ कर लेता हूं। दोस्तों दीदी 1 साल में एक बार लगभग घर आती हैं और जब से वह दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं तब से और ज्यादा ही सेक्सी लगने लगे जब जब वह घर आते हैं तो मुझसे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं लेकिन अब मैं बड़ा हो गया हूं और समझदार हो गया हूं। लेकिन दीदी को लगता है कि मैं अभी भी बहुत ही छोटा हूं और जब भी आकर मुझे प्यार से गले लगाती हैं तो मुझे बहुत ही सुकून मिलता है।

 दोस्तों मैं जवाब को आज इस आर्टिकल के माध्यम से बात बताने जा रहा हूं वह लगभग 1 साल पहले की है जब दीदी अपनी पढ़ाई दिल्ली में कर रही थी। जब उनका दूसरा साल था तब एक बार घर आई हुई थी और मैं उन्हें देख कर बस पागल हुआ जा रहा था। क्योंकि उस समय मेरे हस्तमैथुन करने की बहुत ही ज्यादा आदत हो गई थी और मैं अक्सर मोबाइल पर भी गंदी गंदी फिल्में देखा करता था। और मुझे गंदी स्टोरियां पढ़ने की आदत भी हो गई थी जिसमें मैं सेक्स स्टोरी हिंदी बहुत ही ज्यादा पढ़ा करता था। दोस्तो जब मेरी दीदी घर पर आई तो उन्होंने देखा कि मैं काफी बड़ा हो चुका हूं और उन्होंने आकर जब मुझे गले लगाया तो मैंने देवी को कसकर गले लगा लिया और उनके बूब्स का जब मुझसे स्पर्श हुआ तो मुझे बहुत ही मजा आया।

 दीदी  शायद मेरे इस स्पर्श को समझ चुकी थी और उन्हें भी शायद बहुत ही अच्छा लगा था।  रात में दीदी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और कहां कि तुम्हारी पढ़ाई वगैरा कैसी चल रही है तो मैंने कहा सब कुछ ठीक चल रहा है फिर दीदी ने मुझसे पूछा कि कोई गर्लफ्रेंड वगैरह का चक्कर तो नहीं है तो मैंने कहा नहीं दीदी अभी तक तो ऐसा कुछ नहीं है तो दीदी ने कहा कि ऐसा कुछ करना भी मत सीधे पढ़ाई पर ध्यान देना नहीं बहुत मारूंगी। तो मैं दीदी से डर गया और मैंने कहा कि ठीक है दीदी ऐसा कुछ नहीं होगा मैं बस पढ़ाई पर ही ध्यान दूंगा और मैं दीदी के कमरे में बैठकर चुपचाप पढ़ने लगा और दीदी वहीं पर अपने बॉयफ्रेंड के साथ चैटिंग कर रही थी। दीदी ने मेरा मोबाइल लिया और चेक करने लगी और मेरे मोबाइल में बहुत सी गंदी फिल्में पड़ी हुई थी।


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 जिसे दिन देख लिया और उन्होंने मेरा कान पकड़कर उसे मरोड़ ते हुए कहा कि बेटा चल अब तुझे पापा के पास ले चलती हूं। तू बहुत ही ज्यादा बिगड़ गया है ना? तो मैं दीदी के सामने रोते हुए कहने लगा और मैं सचमुच उस समय बहुत ज्यादा डर गया था क्योंकि मैं अपनी हवस की आग में इतना ज्यादा खो गया था कि मैं दीदी के बारे में उल्टा सीधा सोचता था। लेकिन जब दीदी ने मुझे डाट फटकार लगाई तो मैं बहुत ज्यादा घबरा गया। और मैं दीदी से माफी मांगने लगा मैंने कहा कि दीदी यह मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है आज के बाद में ऐसा कुछ नहीं करूंगा तब दीदी ने मुझे अपने हाथ खड़े करके वही कमरे में खड़ा कर दिया और उन्होंने मुझे पनिशमेंट दे दी।

फिर जब कुछ ही देर में मम्मी मेरे कमरे में आई जहां दीदी और मैं थे तो मम्मी ने कहा कि चल रहने दे दे अभी से और खाना खाने दे। तो दीदी  ने  उन्हें गुस्से में कहा कि मम्मी आप ही ने इसे बिगाड़ा  है और यह बिल्कुल भी पढ़ाई पर ध्यान नहीं देता है तो मम्मी ने कहा कि जल्दी दीदी को सॉरी बोल तो मैंने दीदी से सॉरी बोला फिर दीदी ने मुझसे कहा कि खाना खाकर वापस यहीं पर हाथ ऊंचे करके खड़े होना है। फिर हम लोग खाना खाने चले गए वहां पर पापा भी साथ में टेबल पर थे मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा था मुझे लगा कि दीदी कहीं पापा से यह सब बातें बता दे लेकिन दीदी और मम्मी पापा के सामने चुप रही क्योंकि मेरे पापा बहुत ही खतरनाक है यदि उन्हें सब पता चलता है वह मेरी हालत खराब कर देते।

जब हम लोग खाना खाकर वापस कमरे में आए तो मैं अपने कमरे में जाने लगा लेकिन दीदी ने मुझे डांटते हुए कहा कि तुम्हें आज अपने कमरे में जाने की कोई जरूरत नहीं है तुम यहीं पर अपने हाथ खड़े करके कोने में खड़े हो जाओ तब मैं वहीं कोने में जाकर खड़ा हो गया फिर दीदी ने थोड़ी देर बाद मुझे कहा कि चलो अब अपना होमवर्क कर लो फिर मैं वापस आकर अपनी पढ़ाई करने लगा और दीदी वही पर लेटी हुई थी रात के लगभग 11:00 बज चुके थे और मैं अभी भी पढ़ रहा था लेकिन अब मुझे नींद आने लगी थी और नींद के झोंके आ रहे थे तो दीदी ने मुझे मारते हुए कहा इतनी जल्दी सोने की क्या पड़ी है। अभी चुपचाप पढ़ो 12:00 बजे तक सोने  का नाम मत लेना। तब मैं और ज्यादा डर गया और मैं चुपचाप पढ़ाई करने लगा दीदी ने मुझसे कहा कि अपनी जींस बगैरा निकाल दो और नॉर्मल कपड़े पर होकर पढ़ाई करो तो नींद नहीं आएगी।

 फिर मैं अपने कमरे की ओर जाने लगा क्योंकि मेरा लोअर मेरे कमरे में ही रखा था लेकिन दीदी ने कमरा अंदर से बंद कर लिया और उन्होंने कहा कि कोई जरूरत नहीं बाहर जाने कि तुम अंडरवियर पर ही रहो और मेरे सामने शर्माने की क्या जरूरत है वैसे तो बहुत गंदी गंदी चीजें देखते हो अब दीदी  ने मेरी जींस भी निकलवा दी  और मैं दीदी के सामने अंडर पर बैठा हुआ था और पढ़ाई कर रहा था। और दीदी ने फिर मुझे टी-शर्ट भी निकालने को कहा और मैंने टीशर्ट के नीचे कुछ भी नहीं पहना था अब मैं केवल अंडरवियर पर दीदी के सामने बैठकर पढ़ाई कर रहा था। फिर दीदी ने भी अपनी टॉप और जींस निकाल दी और दीदी मैं एक छोटी निक्कर और एक स्लीवलेस बनियान जैसा टॉप पहन रखा था। अब मैं पढ़ते-पढ़ते दीदी  की जांघों को देख रहा था जो कि बहुत ही चिकनी और भरी हुई थी।

 और मैंने देखा कि दीदी मोबाइल पर चैटिंग करते हुए अपनी चूत पर उंगली फैरने लगी थी और मैं समझ गया कि दीदी का बॉयफ्रेंड कुछ गंदी बातें कर रहा है। जिससे दीदी  का मौसम बन गया था और दीदी की ऐसी हरकतें करते हुए देखकर मेरा लण्ड  खड़ा होने लगा और क्योंकि मैं दीदी के सामने केवल अंडरवियर करता तो मेरा लण्ड अंडरवियर को तानकर खड़ा हो गया। जिससे मेरा लण्ड  साफ दिखाई देने लगा लेकिन मेरी मजबूरी थी कि मैं उठकर कहीं जा नहीं सकता था। क्योंकि यदिहिलता भी तो दीदी मुझे डांटने लगते। तो मेरी  हाथ में रखे किताब को मैंने अपनी गोदी में रख लिया जिससे मेरा लण्ड छिप गया।

  दोस्तों कुछ ही देर में मुझे दीदी ने कहा कि उस कोने में रखें पानी को मुझे लाकर दे मुझे प्यास लगी है। लेकिन उस समय मेरा लण्ड  बहुत ही टाइट तरीके से खड़ा हुआ था तो यदि मैं उठता तो दीदी मेरे लण्ड को देख लेती तो मुझे बहुत दिक्कत हो रही थी तो मैंने किताब को अपने लण्ड  के सामने लगाकर उठा और पानी लेने जाने लगा तो दीदी ने मुझसे कहा कि इतना ज्यादा पढ़ाकू मत बन उस किताब को रख और पानी ला। मैंने किताब रखा और तुरंत घूम गया और मैंने देखा कि दीदी वापस मोबाइल में देखने लगी फिर मैं जा कर पानी गिलास में निकालने लगा और अब मैं सोच रहा था कि दीदी को देने के लिए जैसे ही घूमा तो दीदी जरूर देखेगी कि मेरा लण्ड  खड़ा है तो ऐसे में मैं थोड़ा रुक गया और मैं यह सोच रहा था कि मेरा लण्ड  बैठ जाए तो दीदी ने मुझे डांटते हुए कहा कि पानी आज लाकर देना है जल्दी लेकर आ।

 दोस्तों मैं समझ गया कि वह समय आ चुका है कि दीदी को मेरा लण्ड  देखना ही पड़ेगा अब चाहे जो भी हो मैं घूम गया क्योंकि ना मैंने कोई बनियान पहनी थी कि उससे मैं थोड़ा बहुत अपने लण्ड  को ढक लेता को ना कुछ और अंडरवियर पर हो बहुत ही ज्यादा खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था। फिर मैं दीदी के पास गिलास लेकर के गया  दीदी ने जैसे ही ग्लास पकड़ा और मेरे लण्ड  पर उनकी नजर जाकर रुक गई फिर उसने मेरी तरफ देखा तो मैंने अपनी नजरें नीचे झुका ली फिर दीदी ने मुझसे कहा कि यह सब क्या है तो मैंने कहा कुछ नहीं और मैं चुपचाप बैठ गया फिर दीदी ने बोला कि रुक रुक खड़ा हो।

और मुझे उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और बोला कि यह सब ऐसा क्यों हो गया। तो मैंने कहा पता नहीं दीदी तो फिर दीदी ने मेरे लण्ड  को पकड़ते हुए कहा कि तू तो बहुत बड़ा हो गया है मैंने कहा सॉरी दीदी तो बोली चल हट ये  तेरे हाथ में थोड़ी है यह तो अपने आप होता है मैंने कहा हां दीदी फिर दीदी ने मेरी अंडरवियर नीचे कर दी।  और मेरे लण्ड को पकड़ कर अच्छे से देखने लगी और फिर उन्होंने मेरी लण्ड की चमड़ी को एकदम पीछे किया और मुझसे बोली यह तो काफी बड़ा हो गया है तो मैं कुछ नहीं बोला क्योंकि दीदी ने जब मेरा लण्ड  पकड़ा तो मुझे बहुत ही ज्यादा सुकून मिला और दीदी ने फिर मेरे लण्ड को सहलाना  शुरू किया और मैं क्योंकि दीदी के पास खड़ा हुआ था और दीदी बेड पर बैठी हुई थी तो उनका मुंह मेरे लण्ड के एकदम करीब था
 फिर दीदी ने  अपने मुंह को मेरे लण्ड  के करीब लाते हुए अपने होठों  से लण्ड को चूम लिया। इससे मेरा लण्ड  और ज्यादा टाइट हो गया।

 दीदी ने मुझसे पूछा कि तू क्या मुट्ठी मारता है तो मैंने कहा कि नहीं  तो दीदी बोली बेटा मैं डॉक्टर मुझे सब पता है मुझसे मत छुपा तो मैंने कहा हां दीदी। तो बोली तभी तेरी हालत नहीं बन रही है तूने कभी किसी लड़की को चोदा है ?दीदी के मुंह से इस प्रकार के डायरेक्ट शब्द सुनकर  मुझे तो बड़ा अफसोस हो रहा था और डर भी लग रहा था लेकिन क्योंकि दीदी ने मेरा लण्ड पकड़ लिया था तो मेरा मौसम भी बनने लगा था। तो मैंने बोला नहीं दीदी मेरे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है तो मैं क्यों किसी को कुछ करूँगा।  तो फिर दीदी ने बोला कि ठीक है लेकिन हस्तमैथुन ज्यादा मत किया करो जब भी मन करे तो मुझे बता देगा फिर दीदी ने बोला चूत देखि है तूने ? तो मैंने कहा कि नहीं दीदी आज तक कभी नहीं। दीदी ने अपनी चूत मुझे अपनी दिखाई और बोली ऐसी होतो है चूत देख ले।

 दीदी की चिकनी छूत  देखकर मैं एकदम पागल हो गया और मेरे मुंह में पानी आने लगा और मैंने अपनी जीभ  को अपने होठों से फेरा तो दीदी ने देखा और कहा कि क्या तुझे मेरी चूत को चाटना है , तो मैंने कहा हां दीदी फिर दीदी  में अपनी टांगो को फैला लिया। और मेरे बालों को पकड़कर उसे मेरे होठों को लगा दिया। और मैंने की भी दीदी की चूत  को चाटने लगा वाह क्या स्वाद था। मुझे दीदी की चूत चाटने में बहुत बहुत मजा आ रहा था। और मैं दीदी की चूत  में से निकलते हुए सारे पानी को पी जा रहा था फिर दीदी ने मेरे लण्ड  को चूसना शुरू किया। और उसने मेरे वीर्य को गिरने तक मेरे लण्ड  को चूसती रही  और मेरा जब वीर गिरा तो दीदी ने उसे अपने हाथों में लेकर उसे अपने बूब्स पर लगा लिया। और उसने फिर से मेरा लण्ड चूसना शुरू किया और जब मेरा लण्ड दोबारा से खड़ा हुआ तो दीदी ने उसे अपनी चूत  में घुसा दिया और मुझसे बोला कि ले चोद जितना चोदना है फिर मैंने दीदी को उस रात बहुत ज्यादा चोदा।

मेरी चिकनी और सेक्सी दीदी को चोदते हुए मुझे बहुत मजा आ रहा था और दोस्तों उस दिन का दिन है और आज तक मेरी दीदी ने मुझे मुठ नहीं मारने दिया और जब भी मेरा मन करता मैं अपनी दीदी को ही चोद देता दोस्तो यह कहानी पढ़कर आपको कैसा लगा मेरे बहुत मजा आया होगा धन्यवाद।





varun

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