दुकान मालिक की बेटी की चुदाई अनोखी कहानी पढ़कर आपका लण्ड खड़ा हो जायेगा। इस कहानी में लड़की को नंगी करने चोदने और उसको अपना लण्ड चुसाने के बारे में बताया गया है।
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सेक्स स्टोरी हिंदी |
मैं जिस किराना दुकान में काम करता हु उसी की खूबसूरत बेटी की कड़क चुदाई की सच्ची दस्तान
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नमस्कार दोस्तों मेंरा नाम सुरेश है , में 26 साल का एक अच्छी कद काठी का सावले रंग का लड़का हु , में अपने ही शहर में एक किराने की दुकान में काम करता हु ,में सुबह नौ बजे से लेकर रात को दस बजे तक काम करता हु। मेरा पिछले चार सालो से वहा काम कर रहा हु , चूँकि में ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हु तो में कोई अच्छी जॉब नहीं करता हु ,अभी में यही फुल टाइम जॉब करके अपना चला रहा हु। मेरे घर में पापा मम्मी और एक छोटी बहन है मेरी पिछले साल ही शादी हो गयी है ,मेरे साथ मेरी बीवी भी रहती है ,चूँकि में पिछले चार साल से काम कर रहा हु तो में अपने दुकान मालिक का बहुत भरोसे मंद हु क्युकी वहा बहुत से काम करने वाले लड़के आते हे और कुछ ही दिन में भाग जाते है ,क्युकी वहां काम बहुत ज्यादा होता है जो हर किसी के बस की बात नहीं है , दुकान मालिक के परिवार में वो दोनों मिया बीवी और उनकी एक बेटी है जो की एक अभी स्कूल में पढ़ती है।
दुकान शहर के बीचो बिच स्थित है और दुकान काफी बड़ी है इसलिए यह बहुत भीड़ होती है और इसलिए काम भी बहुत होता है। काम करने वालो की संख्या हमेंशा चार से पांच होती है ,कभी कभी दो ही लड़के होते है तो में ही पूरा काम सम्हालता हु ,और में जल्दी छुट्टी भी नहीं लेता हु इसलिए दूकान मालिक भी मेरा बहुत ख्याल रखते है अक्सर में उनके घर का काम भी करता रहता हु ,घर में भाभी मुझे डायरेक्ट फ़ोन करके बुला लेती है और जो कुछ काम होता है मुझसे कहकर करवा लेती है ,जैसे बिल भरना ,सब्जी ,फल लाना आदि सारे काम , में भी अब उनके घर के सदस्य जैसा ही हु ,कई बार तो में उनके घर पर ही खाना खा लेता हु ,और भाभी इतनी अच्छी है की जब भी घर में कुछ खाने के लिए अच्छा आइटम बनता है तो मुझे जरूर याद करती है। में भी भाभी का हर काम करने के लिए सदैव एक पैर पर खड़ा रहता हु।
दुकान के मालिक भैया और भाभी की एक ही बेटी है जो की उनकी बहुत लाड़ली है , लाड़ली होने के साथ साथ वह बहुत खूबसूरत है ,दिखने में वह दूध की तरह सफ़ेद और साफ़ है और वो ज्यादा घर से बाहर भी नहीं निकलती है इसलिए शायद इतनी गोरी लगती है , वो पढ़ने लिखने में बहुत ही ज्यादा तेज है ,उनके घर वाले उसे विदेश भेजना चाहते है पढाई के लिए ,इसलिए उसे बचपन से ही इंग्लिश माध्यम की स्कूल में पढ़ा रहे है , और वो घर पर भी इंग्लिश बात करती है ,और वो बहुत ही ज्यादा फ्रेंक है ,उसे मजाक मस्ती भी बहुत पसंद है ,मुझसे अक्सर मजाक करती रहती है लेकिन भैया भाभी मतलब लड़की के पापा मम्मी कभी भी बुरा नहीं मानते है।
मेरा ऐसा मनना है की अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने वाली लड़किया ज्यादा ही फ्रेंक और समझदार होती है , इसलिए वो मुझसे अक्सर गलत मजाक भी कर देती है , उसका नाम उनके घर वालो ने बड़े प्यार से रागिनी रखा है पर उसको घर पर सब बिट्टू बुलाते है ,बिट्टू इस बार ग्यारवीं क्लास में हे पिछली बार उसकी बोर्ड क्लास थी तो उसने उसमे टॉप किया था तो उसके पापा ने उसको लैपटॉप दिलाया था ,और वो दिनभर लेपटॉप पर उनके फ्रेंड्स से चैटिंग करती रहती है ,कई बार तो वो हेड फोन लगाकर गन्दी फिल्मे भी देखती रहती है ,लेकिन भाभी कभी भी उस पर ध्यान नहीं देती उनको फालतू चीजों में ध्यान देने का टाइम भी नहीं रहता है , और ये बात मुझे इसलिए पता है क्युकी में कई बार उनके घर जाता हु कुछ काम के लिए तो भाभी अक्सर किचन में रहती है तो बिट्टू मेरे सामने ही लैपटॉप पर पोर्न कहानिया पढ़ती रहती थी ,और गन्दी फोटोज भी देखती रहती थी उसे लगा की मेने देखा नहीं पर मेने देख लिया ,लेकिन मुझे इन सब से करना था , में देख कर भी अनदेखा कर देता था।
बिट्टू को अक्सर छोटे कपडे पहनने की आदत थी क्युकी वह थी भी छोटी और घर से कभी कोई मनाही नहीं थी तो वो हमेशा छोटे कपडे पहनती थी , वो कही बाहर भी जाती थी तो हमेशा छोटे ही कपडे पहन कर जाती थी ,और उनकी स्कूल की ड्रेस भी बहुत ही छोटी थी मतलब की उसे पुरे कपडे पहने तो मेने कभी देखा ही नहीं था। और घर पर तो वो ज्यादा तर बनियान जैसी टी शर्ट और जीन्स की चड्डी जो की जांघ के ऊपर ही ख़त्म हो जाती थी ,उसे ही पहन रखती थी , हालांकि अब वो बड़ी हो गयी है लेकिन उसे कोई कुछ बोलता ही नहीं पर मेरी तो नजर उसके ऊपर रुक ही जाती है ,पर में बहुत कोशिश करके अपने आप को सम्हाल कर रखता हु और उसे चोरी चोरी देखते भी रहता हु। वो भी मेरे सामने बहुत बार अपना जिस्म प्रदर्शन कर चुकी है और मुझे देखर बस मुस्कुरा देती है।
पोर्न देखना और सेक्सी स्टोरीज पढ़ना बिट्टू का शौक बन गया था बिट्टू अब सेक्स के बारे में पढ़ने और सेक्स को देखने की इच्छा रखने लगी थी , बिट्टू के बूब्स साइज भी अब बढ़ने लगा था ,उसे देखकर लगता था की वो अकेले में अपने बूब्स को खुद ही दबाती होगी , मेने देखा है कई बार बिट्टू अपनी स्लीवलेस या बिना बाहो वाली टी शर्ट के अंदर कुछ पहनती थी ,और मेरे सामने आते ही मुझे दिखाकर अपने हाथो को ऊपर करके अपनी अंडरआर्म दिखाती जिसमे सुनहरी रंग के हलके बाल आने लगे थे ,जिसे देखकर अक्सर मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था ,चूँकि दूकान घर के बाहर साइड थी तो में अक्सर कुछ सामान जो दूकान में ख़त्म हो जाता उसे लेने अंदर चला जाता था , तो बिट्टू मुझे किसी न किसी बहाने कुछ दिखा ही देती या कभी खुद ही बुला लेती हलाकि वो मुझे भैया कहकर ही बुलाती थी।
एकबार की बात है में दूकान में काम कर रहा था उस टाइम पर दूकान में और भी चार लड़के थे , जो सब दुकान पर ही काम कर रहे थे इसलिए मुझसे भैया ने कहा की आज बिजली का बिल भरने चले जाना और वहां से आकर खाना घर पर ही खा लेना ,मेने कहा ठीक है और में बिल भरने चला गया कुछ देर बाद में लौटा तो भाभी ने मुझसे कहा भैया बैठो आज मेने पराठे बनाये है आप खाकर चले जाना तब तक बैठो , अब में कोई उनका रिस्तेदार तो नहीं तो मेने भाभी से पूछा भाभी कोई काम हो तो बता दो में तब तक कर लेता हु , बिट्टू भी वही पर थी ,भाभी बोली नहीं भैया कोई काम नहीं है आप खाना खाकर दुकान चले जाना अभी बैठो ,तब तक बिट्टू बोली मेरा एक काम कर दीजिये, मेने कहा बताओ क्या काम है वह आज कुछ ज्यादा ही सेक्सी मूड में लग रही थी उसने कहा यहां आओ पास में तो काम बताउंगी ,में उसके पास गया वो बेड पर अपनी गोदी में लेपटॉप लिए पैर फैलाकर बैठी हुयी थी ,उसने छोटी सी फ्रॉक और ऊपर स्लीवलेस टॉप बनियान पहन रखी थी ,और बहुत ही सेक्सी लग रही थी, उसने धीरे से कहा मेरे पैर दबा दो बहुत दर्द कर रहे है , अब मेने भी उसे छोटी बच्ची समझकर उसके पैर दबाने के लिए जैसे ही उसके पैर पकड़ा वो मुस्कुरा कर बोली अरे नहीं रहने दो में तो मजाक कर रही थी , उसने पैर में गुलाबी रंग के मोज़े पहन रखे थे और खुद बहुत ही ज्यादा सुन्दर लग रही थी।
मेने उसके पैर पकड़ लिया और बोला अरे कोई बात नहीं पैर दर्द कर रहा है तो में दबा देता हु कोई बात नहीं। और मेने उसके नाजुक पैरों को पकड़ कर दबाने लगा उसके सेक्सी एक्सप्रेशन देख कर लगा की वो मेरे उस छुअन को एन्जॉय कर रही है। मेने उसके पैरो को फैला दिया दिया और दबाने लगा। वैसे तो उसने एक छोटी सी फ्रॉक पहन रखी थी और उसको भी उसने जांघ के ऊपर खिंच लिया और अपने हाथो को ऊपर अपने सर पर रख लिया और अपने बगल के बालो को दिखाने लगी जो की बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रहे थे , में समझ गया था की वो गर्म हो रही है , पर में उनके यह एक नौकर था और मेरी इतनी औकात नहीं थी की में इतनी अच्छी लड़की को टच भी करू ,लेकिन मेरी किस्मत ने जोर किया और उसने कहा और ऊपर तक दबाओ बहुत अच्छा लग रहा है , फिर मेने मोज़े के ऊपर अपने हाथो को उसके घुटने से होते हुए उसकी कोमल जांघ पर ले गया और उसने अपनी आँखे बंद करके जोर से आह की आवाज निकाली जो की बहुत सेक्सी आवाज थी।
इतना होते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया था और मुझे डर भी लग रहा था की भाभी न देखले नहीं तो मुझे भगा ही देंगी काम भी हाथ से चला जायेगा ,पर बिट्टू ने पहले ही जोर से आवाज लगाकर बोल दिया मम्मी देखो भैया कितना अच्छा पैर दबाते है ,भाभी किचन से बहार आई और मुस्कुराते हुए बोली अरे पागल भैया को थोड़ी देर भी चैन से मत बैठने देना बेचारे कितनी मेहनत करते है , फिर मेने देखा की किसी को कोई दिक्कत नहीं है फिर मैंने बोला अरे भाभी कोई बात नहीं आप खाना बना रही है तब तक में बिट्टू के पैर दबा देता हु। फिर बिट्टू और में दोनों बिंदास हो गए थे अब हम लोगो को किसी का डर नहीं था ,मेने देखा की बिट्टू ने अपनी फ्रॉक को बहुत ऊपर तक खिंच चुकी थी और मेने जब उसके पैर फैलाया तो मेरा दिमाग ख़राब हो गया। मेने देखा की बिट्टू ने अंदर कुछ नहीं पहना है वो अंदर से पूरी नंगी थी , मुझे उसकी चूत साफ दिखाई दे रही थी और बिट्टू भी चाहती थी की में उसकी चूत का दीदार करू और उसने पैरों को फैलाकर अचानक से अपने चूत को बाहर निकाल दिया उसकी चूत पर भी सुनहरी रंग के बाल थे, एयर उसकी चूत बहुत ही गुलाबी लग रही थी।
अब उसने अपनी चूत को मेरे ही सामने मसलना शुरू किया और मेने देखा की उसकी चूत से पानी बहने लगा था , और अब वो बहुत ज्यादा गरम हो गयी थी ,उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर छुआ दिया , मेरा तो हाथ लगा था , इतनी अच्छी चीज मेने पहली बार देखा और छुआ था , मेरे माथे पास पसीने की बूंदे साफ़ झलक रही थी और उसने फिर झट से अपनी फ्रॉक से अपनी चूत को ढक लिया और अरे वाह यार भैया आप तो बहुत अच्छा पैर दबाते हो। वो अचानक से ही चेंज हो गयी लेकिन मेरा तो दिमाग ही ख़राब हो गया था। और में उस से नज़रे भी नहीं मिला पा रहा था ,और कुछ ही देर में भाभी आ गयी और मुझे बोली भैया आओ हाथ मुँह धोकर खाना खा लो में बाथरूम में गया और वहा जाकर देखा की मेरी चड्डी पूरी तरह भीग चुकी थी , और मेरा लण्ड अब खड़ा हुआ था ,मेने वही बाथरूम मर तुरंत हस्तमैथुन किया और हाथ धोकर खाना खाने लगा और बिट्टू मुझे देखकर अभी भी मुस्कुरा रही थी।
खाना खाने के बाद मेने भाभी से कहा की भाभी में जा रहा हु कुछ काम हो तो आप बता देना , भाभी बोली ठीक है भैया। फिर में दूकान पर आ गया। कुछ देर पहले ही मेने खाना खाया था इसलिए मुझे पता था की आज मुझे रात को दस बजे से पहले घर जाना ही नहीं है इसलिए में दूकान पर ही लग गया काम , लेकिन मेरा दिमाग वही लगा हुआ था और में उसी गुलाबी चूत के बारे में सोच रहा था और मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो चूका था ,और मेरा मन कर रहा था की में उसकी उस गुलाबी चूत को अपने होठो से चाटू, और मुझे भी अब बिट्टू के ऊपर पूरा भरोसा था की वो अकेले में जरूर उंगली करती होगी और अपने दूध भी उसी ने दबा दबा कर बड़े किये होंगे , मुझे भरोसा ही नहीं हो रहा था की में ने बिट्टू की चूत के अभी अभी दर्शन किये है। अब मेरा मन बस उसको चोदने के लिए बेकरार था।
भैया के इतना कहते ही उसने कहा चलो आओ अब ,में ने पूछा भाभी कहा है उसने कहा वो अपना सीरियल देख रही है ,अभी एक घंटे वहा से हिलेंगी नहीं और पापा 11 बजे से पहले आएंगे नहीं , फिर मेने भी हिम्मत करके उसके पास गया और उसने कहा दरवाजा लॉक कर दो मेने कहा नहीं यार कोई दिक्कत हो जाएगी बोली नहीं कुछ नहीं होगा तुम बंद करो , फिर मेने दरवाजा बंद कर दिया और उसने अपने ऊपर की चादर को उठा दिया और मेने देखा की वो पूरी नंगी थी और उसे देखकर मेरे होश का ठिकाना नहीं था इतनी क्यूट लड़की पूरी नंगी मेरे सामने खड़ी हुयी थी में कर भी क्या सकता था , वो दौड़कर मेरे पास आयी और सीधे मेरी पैर की चैन खोली और मेरा लण्ड बाहर निकाल कर चूसने लगी , मेरा लण्ड पूरी तरह से खड़ा हो गया था ,जिसे वो आइसक्रीम की तरह चूस रही थी।
अब मेरे भी सब्र का बाँध टूट चूका था और मेने उसे उठाकर बेड पर लेटा दिया और उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा , उसके मुँह से आह आह उम्म की आवाज निकलने लगी , और कुछ ही देर में मेने भी अपने सारे कपडे निकाल दिया और उसकी सॉफ्ट से चूत में अपना मोटा काला लण्ड घुसा दिया। लण्ड घुसते ही उसकी चूत से खून निकलने लगा और उसकी आँखों में आँसू आ गए थे उसने जोश जोश में लण्ड ले तो लिया था लेकिन चुदने का दर्द साफ झलक रहा था मेने पास में पड़े उसके रुमाल से उसकी चूत और मेरे लण्ड पर लगा खून पोछा और अब में उसके छोटे छोटे बूब्स को पिने लगा था ,अब उसको फिर से अच्छा लगने लगा था और इस बार मेने लौड़े को खड़ा करके उसकी चूत में थूक लगाकर घुसाया और इसबार वो भी मेरे लण्ड को एन्जॉय कर रही थी ,और तकरीबन 45 मिनिट तक उसको चोदने के बाद में वहा से सीधे अपने घर निकल गया।
अगले दिन फिर में जब उसके घर गया तो मेने उसके लिए डेरी मिल्क चोकलेट ले गया था और उसको दे दिया फिर उसने मेरे होठो पर मुझे किश दिया ,इसी प्रकार हम दनो जब भी मौका मिलता चुम्मा चाटी करते रहते और दिन में एक बार चुदाई भी कर लेते थे। दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको ये कहानी बहुत पसंद आयी होगी धन्यवाद।
दुकान के मालिक भैया और भाभी की एक ही बेटी है जो की उनकी बहुत लाड़ली है , लाड़ली होने के साथ साथ वह बहुत खूबसूरत है ,दिखने में वह दूध की तरह सफ़ेद और साफ़ है और वो ज्यादा घर से बाहर भी नहीं निकलती है इसलिए शायद इतनी गोरी लगती है , वो पढ़ने लिखने में बहुत ही ज्यादा तेज है ,उनके घर वाले उसे विदेश भेजना चाहते है पढाई के लिए ,इसलिए उसे बचपन से ही इंग्लिश माध्यम की स्कूल में पढ़ा रहे है , और वो घर पर भी इंग्लिश बात करती है ,और वो बहुत ही ज्यादा फ्रेंक है ,उसे मजाक मस्ती भी बहुत पसंद है ,मुझसे अक्सर मजाक करती रहती है लेकिन भैया भाभी मतलब लड़की के पापा मम्मी कभी भी बुरा नहीं मानते है।
अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने वाली सेक्सी लड़की
मेरा ऐसा मनना है की अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने वाली लड़किया ज्यादा ही फ्रेंक और समझदार होती है , इसलिए वो मुझसे अक्सर गलत मजाक भी कर देती है , उसका नाम उनके घर वालो ने बड़े प्यार से रागिनी रखा है पर उसको घर पर सब बिट्टू बुलाते है ,बिट्टू इस बार ग्यारवीं क्लास में हे पिछली बार उसकी बोर्ड क्लास थी तो उसने उसमे टॉप किया था तो उसके पापा ने उसको लैपटॉप दिलाया था ,और वो दिनभर लेपटॉप पर उनके फ्रेंड्स से चैटिंग करती रहती है ,कई बार तो वो हेड फोन लगाकर गन्दी फिल्मे भी देखती रहती है ,लेकिन भाभी कभी भी उस पर ध्यान नहीं देती उनको फालतू चीजों में ध्यान देने का टाइम भी नहीं रहता है , और ये बात मुझे इसलिए पता है क्युकी में कई बार उनके घर जाता हु कुछ काम के लिए तो भाभी अक्सर किचन में रहती है तो बिट्टू मेरे सामने ही लैपटॉप पर पोर्न कहानिया पढ़ती रहती थी ,और गन्दी फोटोज भी देखती रहती थी उसे लगा की मेने देखा नहीं पर मेने देख लिया ,लेकिन मुझे इन सब से करना था , में देख कर भी अनदेखा कर देता था।
बिट्टू को अक्सर छोटे कपडे पहनने की आदत थी क्युकी वह थी भी छोटी और घर से कभी कोई मनाही नहीं थी तो वो हमेशा छोटे कपडे पहनती थी , वो कही बाहर भी जाती थी तो हमेशा छोटे ही कपडे पहन कर जाती थी ,और उनकी स्कूल की ड्रेस भी बहुत ही छोटी थी मतलब की उसे पुरे कपडे पहने तो मेने कभी देखा ही नहीं था। और घर पर तो वो ज्यादा तर बनियान जैसी टी शर्ट और जीन्स की चड्डी जो की जांघ के ऊपर ही ख़त्म हो जाती थी ,उसे ही पहन रखती थी , हालांकि अब वो बड़ी हो गयी है लेकिन उसे कोई कुछ बोलता ही नहीं पर मेरी तो नजर उसके ऊपर रुक ही जाती है ,पर में बहुत कोशिश करके अपने आप को सम्हाल कर रखता हु और उसे चोरी चोरी देखते भी रहता हु। वो भी मेरे सामने बहुत बार अपना जिस्म प्रदर्शन कर चुकी है और मुझे देखर बस मुस्कुरा देती है।
पोर्न स्टोरी पढ़ने की शौक़ीन लड़की ने दिया चूत चाटने का न्योता
पोर्न देखना और सेक्सी स्टोरीज पढ़ना बिट्टू का शौक बन गया था बिट्टू अब सेक्स के बारे में पढ़ने और सेक्स को देखने की इच्छा रखने लगी थी , बिट्टू के बूब्स साइज भी अब बढ़ने लगा था ,उसे देखकर लगता था की वो अकेले में अपने बूब्स को खुद ही दबाती होगी , मेने देखा है कई बार बिट्टू अपनी स्लीवलेस या बिना बाहो वाली टी शर्ट के अंदर कुछ पहनती थी ,और मेरे सामने आते ही मुझे दिखाकर अपने हाथो को ऊपर करके अपनी अंडरआर्म दिखाती जिसमे सुनहरी रंग के हलके बाल आने लगे थे ,जिसे देखकर अक्सर मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था ,चूँकि दूकान घर के बाहर साइड थी तो में अक्सर कुछ सामान जो दूकान में ख़त्म हो जाता उसे लेने अंदर चला जाता था , तो बिट्टू मुझे किसी न किसी बहाने कुछ दिखा ही देती या कभी खुद ही बुला लेती हलाकि वो मुझे भैया कहकर ही बुलाती थी।
एकबार की बात है में दूकान में काम कर रहा था उस टाइम पर दूकान में और भी चार लड़के थे , जो सब दुकान पर ही काम कर रहे थे इसलिए मुझसे भैया ने कहा की आज बिजली का बिल भरने चले जाना और वहां से आकर खाना घर पर ही खा लेना ,मेने कहा ठीक है और में बिल भरने चला गया कुछ देर बाद में लौटा तो भाभी ने मुझसे कहा भैया बैठो आज मेने पराठे बनाये है आप खाकर चले जाना तब तक बैठो , अब में कोई उनका रिस्तेदार तो नहीं तो मेने भाभी से पूछा भाभी कोई काम हो तो बता दो में तब तक कर लेता हु , बिट्टू भी वही पर थी ,भाभी बोली नहीं भैया कोई काम नहीं है आप खाना खाकर दुकान चले जाना अभी बैठो ,तब तक बिट्टू बोली मेरा एक काम कर दीजिये, मेने कहा बताओ क्या काम है वह आज कुछ ज्यादा ही सेक्सी मूड में लग रही थी उसने कहा यहां आओ पास में तो काम बताउंगी ,में उसके पास गया वो बेड पर अपनी गोदी में लेपटॉप लिए पैर फैलाकर बैठी हुयी थी ,उसने छोटी सी फ्रॉक और ऊपर स्लीवलेस टॉप बनियान पहन रखी थी ,और बहुत ही सेक्सी लग रही थी, उसने धीरे से कहा मेरे पैर दबा दो बहुत दर्द कर रहे है , अब मेने भी उसे छोटी बच्ची समझकर उसके पैर दबाने के लिए जैसे ही उसके पैर पकड़ा वो मुस्कुरा कर बोली अरे नहीं रहने दो में तो मजाक कर रही थी , उसने पैर में गुलाबी रंग के मोज़े पहन रखे थे और खुद बहुत ही ज्यादा सुन्दर लग रही थी।
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पैर दबवाने के बहाने करवाए चूत के दर्शन
मेने उसके पैर पकड़ लिया और बोला अरे कोई बात नहीं पैर दर्द कर रहा है तो में दबा देता हु कोई बात नहीं। और मेने उसके नाजुक पैरों को पकड़ कर दबाने लगा उसके सेक्सी एक्सप्रेशन देख कर लगा की वो मेरे उस छुअन को एन्जॉय कर रही है। मेने उसके पैरो को फैला दिया दिया और दबाने लगा। वैसे तो उसने एक छोटी सी फ्रॉक पहन रखी थी और उसको भी उसने जांघ के ऊपर खिंच लिया और अपने हाथो को ऊपर अपने सर पर रख लिया और अपने बगल के बालो को दिखाने लगी जो की बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रहे थे , में समझ गया था की वो गर्म हो रही है , पर में उनके यह एक नौकर था और मेरी इतनी औकात नहीं थी की में इतनी अच्छी लड़की को टच भी करू ,लेकिन मेरी किस्मत ने जोर किया और उसने कहा और ऊपर तक दबाओ बहुत अच्छा लग रहा है , फिर मेने मोज़े के ऊपर अपने हाथो को उसके घुटने से होते हुए उसकी कोमल जांघ पर ले गया और उसने अपनी आँखे बंद करके जोर से आह की आवाज निकाली जो की बहुत सेक्सी आवाज थी।
इतना होते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया था और मुझे डर भी लग रहा था की भाभी न देखले नहीं तो मुझे भगा ही देंगी काम भी हाथ से चला जायेगा ,पर बिट्टू ने पहले ही जोर से आवाज लगाकर बोल दिया मम्मी देखो भैया कितना अच्छा पैर दबाते है ,भाभी किचन से बहार आई और मुस्कुराते हुए बोली अरे पागल भैया को थोड़ी देर भी चैन से मत बैठने देना बेचारे कितनी मेहनत करते है , फिर मेने देखा की किसी को कोई दिक्कत नहीं है फिर मैंने बोला अरे भाभी कोई बात नहीं आप खाना बना रही है तब तक में बिट्टू के पैर दबा देता हु। फिर बिट्टू और में दोनों बिंदास हो गए थे अब हम लोगो को किसी का डर नहीं था ,मेने देखा की बिट्टू ने अपनी फ्रॉक को बहुत ऊपर तक खिंच चुकी थी और मेने जब उसके पैर फैलाया तो मेरा दिमाग ख़राब हो गया। मेने देखा की बिट्टू ने अंदर कुछ नहीं पहना है वो अंदर से पूरी नंगी थी , मुझे उसकी चूत साफ दिखाई दे रही थी और बिट्टू भी चाहती थी की में उसकी चूत का दीदार करू और उसने पैरों को फैलाकर अचानक से अपने चूत को बाहर निकाल दिया उसकी चूत पर भी सुनहरी रंग के बाल थे, एयर उसकी चूत बहुत ही गुलाबी लग रही थी।
अब उसने अपनी चूत को मेरे ही सामने मसलना शुरू किया और मेने देखा की उसकी चूत से पानी बहने लगा था , और अब वो बहुत ज्यादा गरम हो गयी थी ,उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर छुआ दिया , मेरा तो हाथ लगा था , इतनी अच्छी चीज मेने पहली बार देखा और छुआ था , मेरे माथे पास पसीने की बूंदे साफ़ झलक रही थी और उसने फिर झट से अपनी फ्रॉक से अपनी चूत को ढक लिया और अरे वाह यार भैया आप तो बहुत अच्छा पैर दबाते हो। वो अचानक से ही चेंज हो गयी लेकिन मेरा तो दिमाग ही ख़राब हो गया था। और में उस से नज़रे भी नहीं मिला पा रहा था ,और कुछ ही देर में भाभी आ गयी और मुझे बोली भैया आओ हाथ मुँह धोकर खाना खा लो में बाथरूम में गया और वहा जाकर देखा की मेरी चड्डी पूरी तरह भीग चुकी थी , और मेरा लण्ड अब खड़ा हुआ था ,मेने वही बाथरूम मर तुरंत हस्तमैथुन किया और हाथ धोकर खाना खाने लगा और बिट्टू मुझे देखकर अभी भी मुस्कुरा रही थी।
खाना खाने के बाद मेने भाभी से कहा की भाभी में जा रहा हु कुछ काम हो तो आप बता देना , भाभी बोली ठीक है भैया। फिर में दूकान पर आ गया। कुछ देर पहले ही मेने खाना खाया था इसलिए मुझे पता था की आज मुझे रात को दस बजे से पहले घर जाना ही नहीं है इसलिए में दूकान पर ही लग गया काम , लेकिन मेरा दिमाग वही लगा हुआ था और में उसी गुलाबी चूत के बारे में सोच रहा था और मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो चूका था ,और मेरा मन कर रहा था की में उसकी उस गुलाबी चूत को अपने होठो से चाटू, और मुझे भी अब बिट्टू के ऊपर पूरा भरोसा था की वो अकेले में जरूर उंगली करती होगी और अपने दूध भी उसी ने दबा दबा कर बड़े किये होंगे , मुझे भरोसा ही नहीं हो रहा था की में ने बिट्टू की चूत के अभी अभी दर्शन किये है। अब मेरा मन बस उसको चोदने के लिए बेकरार था।
रात में क्यूट बिट्टू की कर दी चुदाई
रात के तकरीबन नौ बजे बिट्टू ने उसके पापा को कॉल करके कहा पापा मेरे रूम का लाइट खराब हो गया है , उसके पापा कहा ठीक है में भैया को लाइट देकर भेज रहा हु वो अभी चेंज कर देंगे ,भैया ने मुझे एक लाइट देखर कहा इसको बिट्टू के कमरे में लगा देना जाकर उसके कमरे का शायद लाइट ख़राब हो गया है , में लाइट लेकर बिट्टू के कमरे में पंहुचा तो बिट्टू ने अंदर से दरवाजा खुला रखा था और खुद एक चादर ओढ़कर लेटी हुयी थी , में कमरे में गया और देखा की कमरे में अँधेरा था जैसे ही मेने लाइट बदला लाइट चालू किया और कमरे में चारो तरफ उजाला हो गया , और मेने देखा की बिट्टू एक चादर ओढ़े पड़ी थी और मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी , मेने उसकी और देखकर पूछा क्या हुआ वो बोली मेरा सर दर्द कर रहा है प्लीज दबा दो मेने कहा नहीं भैया नाराज हो जायेंगे में लेट हो गया तो उसने कहा फिक्र मत करो में पापा से बोल देती हु ,उसने फोन करके बोली पापा भैया टाइम लगेगा कोई जरुरी काम तो नहीं हे आपको तो भैया ने उधर से बोले नहीं एक काम करना उसको वही से घर भेज देना वैसे भी दस बजने वाले है।
भैया के इतना कहते ही उसने कहा चलो आओ अब ,में ने पूछा भाभी कहा है उसने कहा वो अपना सीरियल देख रही है ,अभी एक घंटे वहा से हिलेंगी नहीं और पापा 11 बजे से पहले आएंगे नहीं , फिर मेने भी हिम्मत करके उसके पास गया और उसने कहा दरवाजा लॉक कर दो मेने कहा नहीं यार कोई दिक्कत हो जाएगी बोली नहीं कुछ नहीं होगा तुम बंद करो , फिर मेने दरवाजा बंद कर दिया और उसने अपने ऊपर की चादर को उठा दिया और मेने देखा की वो पूरी नंगी थी और उसे देखकर मेरे होश का ठिकाना नहीं था इतनी क्यूट लड़की पूरी नंगी मेरे सामने खड़ी हुयी थी में कर भी क्या सकता था , वो दौड़कर मेरे पास आयी और सीधे मेरी पैर की चैन खोली और मेरा लण्ड बाहर निकाल कर चूसने लगी , मेरा लण्ड पूरी तरह से खड़ा हो गया था ,जिसे वो आइसक्रीम की तरह चूस रही थी।
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अब मेरे भी सब्र का बाँध टूट चूका था और मेने उसे उठाकर बेड पर लेटा दिया और उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा , उसके मुँह से आह आह उम्म की आवाज निकलने लगी , और कुछ ही देर में मेने भी अपने सारे कपडे निकाल दिया और उसकी सॉफ्ट से चूत में अपना मोटा काला लण्ड घुसा दिया। लण्ड घुसते ही उसकी चूत से खून निकलने लगा और उसकी आँखों में आँसू आ गए थे उसने जोश जोश में लण्ड ले तो लिया था लेकिन चुदने का दर्द साफ झलक रहा था मेने पास में पड़े उसके रुमाल से उसकी चूत और मेरे लण्ड पर लगा खून पोछा और अब में उसके छोटे छोटे बूब्स को पिने लगा था ,अब उसको फिर से अच्छा लगने लगा था और इस बार मेने लौड़े को खड़ा करके उसकी चूत में थूक लगाकर घुसाया और इसबार वो भी मेरे लण्ड को एन्जॉय कर रही थी ,और तकरीबन 45 मिनिट तक उसको चोदने के बाद में वहा से सीधे अपने घर निकल गया।
अगले दिन फिर में जब उसके घर गया तो मेने उसके लिए डेरी मिल्क चोकलेट ले गया था और उसको दे दिया फिर उसने मेरे होठो पर मुझे किश दिया ,इसी प्रकार हम दनो जब भी मौका मिलता चुम्मा चाटी करते रहते और दिन में एक बार चुदाई भी कर लेते थे। दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको ये कहानी बहुत पसंद आयी होगी धन्यवाद।
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