सेक्सी आंटी को गंदे तरीके से चोदा: आंटी नीचे लेटकर मुझे अपने बूब्स पर मूतने को कहा फिर मेने अपनी गांड आंटी के मुँह पर रखकर अपने खड़े लण्ड से मुतकर आंटी को तर कर दिया। आंटी मेरी गांड चाटने लगी। वो ऐसी आंटी थी की उसने मेरे लण्ड,गांड,अंडवे सब कुछ चाट कर मुझे मस्त कर दिया।
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मेरी बीबी के जाने के बाद अब मुझे खाना बनाने में दिक्कत थी इसलिए मेने सोचा क्यों न कुछ दिन किसी खाना बनाने वाली बाई को बुला लिया जाए। फिर मेने यही समझा और एक खाना बनाने वाली आंटी को अपने यहां खाना बनाने के लिए रख लिया। मेने जिस आंटी से बात की थी उसने अगले दिन लगभग तीस साल की एक औरत तो मेरे घर खाना बनाने भेजा।
मेने देखा की ये औरत कोई और है तो मेने उनसे पूछा की मेने जिन आंटी से खाना बनाने के लिए बात किया था। उन्होंने ही आपको भेजा क्या ? उसने कहा हां उनके पास टाइम खाली नहीं है। इसलिए उन्होंने मुझे ही भेज दिया। मेने कहा ठीक हे। कल से थोड़ा जल्दी आ जाना। और बाकि काम भी समझ लो। और मेने उसे सारा काम बता दिया।
वो रोज आकर अपना काम करती और वापस चली जाती क्युकी मुझे भी ज्यादा टाइम नहीं रहता था। एक दिन लगभग एक हफ्ते बाद मेने देखा की मेरे बहुत सारे कपडे धोने के लिए हो गए हे तो मेने आंटी को बुलाकर उनसे पूछा की क्या तुम मेरे कपड़ो को भी धो सकती हो। उसने कहा हां साहब में सारे काम करती हूँ पर उसका पैसा अलग लगेगा। मेने कहा ठीक है में नहा लेता हूँ। तुम सारे कपडे अच्छे से धो दो।
चूँकि मेरी बीवी घर चली गयी थी तो मेरे बाकि सारे काम बिखर गए थे। मुझे उस दिन रविवार की छुट्टी मिली तो मेने सोचा आज आंटी से सारे काम करवा लिए जाए वो मेरी मदद कर देगी। में सुबह चाय पीकर हमेशा की तरह बाथरूम में नहाने चला गया। और बाहर मेरे सारे कपडे रख दिया धोने के लिए।
में बाथरूम में अंदर नहाने चला गया। और तब तक आंटी ने मेरे सारे कपडे टब में भीगा दिए थे धोने के लिए। तभी मेने जैसे ही नहाया मुझे याद आया की मेने अपना टॉवेल और चड्डी बनियान बाहर ही रख कर आ गया हु। अब मुझे रोज अपनी बीवी को आवाज देकर टॉवेल मांगने की आदत थी। लेकिन आज बीवी नहीं थी तो मेने बाथरूम का दरवाजा खोला और आंटी को आवाज देकर कहा आंटी वहा बाहर एक टॉवल होगा ज़रा मुझे दीजिये।
आंटी बोली अरे साहब मेने तो सारे कपडे भीगा दिए। मेने आश्चर्य से पूछा तो क्या वो चड्डी बनियान भी भीगा दिए।तो उसने मुस्कुराते हुए कहा हां साहब। मेने कहा अरे यार अब में क्या पहनु ? फिर में ऐसी ही भीगी चड्डी में बाहर आया। और वहा एक मेरा सफ़ेद रंग का सर में बाँधने का बड़ा अंगौछा रखा हुआ था। मेने उसे ही लपेट लिया। और चड्डी निकाल कर बाथरूम में रख दिया। वहा से उठाकर आंटी से उसे भी धो दिया। मौसम बारिश का था तो कपडे जल्दी सूखने वाले नहीं थे। मतलब आज मुझे इसी तरह नंगा बस एक रुमाल के जरिये रहना था।
कुछ ही देर में आंटी आई बोली साहब आप खाना खालो आज मेरी वजह से आपका नुक्सान हो रहा है। मेने कहा नहीं कोई नुकसान की बात नहीं है। बस मुझे थोड़ा बाहर जाना था तो वो नहीं जा सकता अब। आंटी ने कहा रहने दो साहब आज यही रहो। मेने कहा हां अब तो रहना ही है। अब में वही बैठा मोबाइल में सेक्स स्टोरी पढ़ने लगा क्युकी मुझे अब वो आंटी का काम करते हुए गांड दिखाना बहुत अच्छा लग रहा था। में अक्सर sexstoryhindi.xyz पर सेक्सी कहानिया हिंदी में पढता रहता हूँ।
आंटी मुझसे बोली साहब आराम से लेट जाओ बेड पर कब तक बैठोगे। मेने कहा ठीक है। और में अब लेटकर स्टोरी पढ़ने लगा। मेने देखा की मेरे लण्ड ने उस रुमाल को तम्बू बना दिया है। और रुमाल से मेरा लण्ड बड़ी ही आसानी से दिख रहा था। मेरी डेली चुदाई करने की आदत थी। मेरी मेरी बीवी को बहुत चोदा करता था। इसलिए जब मेने लगभग एक हफ्ते से सेक्स नहीं किया तो मेरा लण्ड एकदम टाइट होकर चुदाई की डिमांड करने लगा।
और जैसे ही में आंटी की तरफ देखता मेरा उसे कोलगेट कराने को मन करता। क्युकी वो दिखने में ही बहुत बड़ी चुदक्कड़ लग रही थी। आंटी किचन में मेरे लिए खाना लेने चली गयी और में स्टोरी पढ़ कर अपना लौड़ा सहला रहा था। में समझ गया की अब ये मेरा लण्ड बिना मुठ मारे शांत नहीं होगा और मेने जब मुठ मारने के हिसाब से लण्ड को बाहर निकालकर एक दो झटके मारे ही थे की आंटी आ गई और बोली लो साहब गरमा गरम खाना जल्दी से खा लो। अब मेरा तो दिमाग ही ख़राब हो गया। की अब उठूंगा तो आंटी को भी मेरे लौड़े के दर्शन हो जायेंगे। मेने सोचा की कैसे भी करके एक बार बैठ जाउ बस।
तभी मेने आंटी को नमक लाने को कहा वो जैसे ही किचन की और मुड़ी में वैसे ही झट से बैठने के लिए खड़ा हुआ। पर जल्दी उठने के चक्कर में मेरा रुमाल निचे गिर गया। और आंटी बोली अरे साहब नमक मेने रखा हे पहले से ही और वो पीछे घूम गई। फिर क्या था मेरा तना हुआ लौड़ा उसके सामने था। मेने फिर भी जल्दी से अपना रुमाल उठाया और उसे लपेटा भी नहीं बस लण्ड के सामने रखकर बैठ गया।
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आंटी मुझे देखकर बस हस रही थी। में अब उससे नजर भी नहीं मिला पा रहा था। क्युकी अभी सेक्स शर्म से थोड़ा बढ़ा नहीं था। फिर आंटी ने मुझे कहा लाओ साहब आज सब कपडे धूल गए हे तो आपका ये रुमाल भी धो ही देती हूँ। अब मेने उसकी और देखा तो वो बोली अरे साहब पहले आप खाना खा लें। और जब लेटें तो चादर ओढ़ कर लेट जाना। वो इतना कहते ही हंसने लगी। तो मेने इस पर कुछ नहीं कहा।
फिर में खाना खाकर बेड पर लेट गया। और फिर मेने उस रुमाल को सच में निकाल कर आंटी को देते हुए कहा लो इसे भी धो देना। पर इससे पहले मेंने चादर ओढ़ चुका था। फिर क्या था आंटी को पता था की अब में पूरा नंगा हूँ। तो फिर वो भी मेरी और देख कर खूब मुस्कुराने लगी। फिर वो वही कपडे भिगाकर मेरे पास आ गयी और उसने मुझे कहा साहब मेडम को गए कितने दिन हुए है ? मेने कहा अभी एक हफ्ता हुआ है। फिर उसने कहा साहब मेडम की फोटो दिखा सकते हो क्या। मेने कहा हां बिलकुल देखो।
मैने उसकी और अपना मोबाइल देते हुए अपनी वाइफ की कुछ फोटोज दिखाई तो उसने फोटो देखने के बाद कहा साहब मेडम बहुत खूबसूरत है। मैने कहा सुक्रिया आंटी। फिर उसने कहा पर साहब में एक बात यकीन से कह सकती हूँ की आपने मेडम के साथ फुल एन्जॉय नहीं किया होगा। मैंने कहा क्या मतलब है तुम्हारा? उसने कहा मतलब मेडम के साथ आपने सब कुछ नहीं किया होगा।
असल में मैं उसका मतलब नहीं समझा में समझा वो चुदाई की बात कर रही है। इसलिए मेने कहा नहीं हम लोगो ने सब कुछ बहुत अच्छे से किया है। ये तुम इसलिए तो नहीं पूछ रही हो क्युकी हमारे कोई बच्चे नहीं है। पर बच्चे तो हम लोगो ने अपनी इच्छा से ही नहीं किये है। तब आंटी ने कहा नहीं साहब वो बात नहीं है। आप कहो तो में आपसे खुल के बात करूँ। मैने कहा अरे यार आंटी में सब कुछ खोल कर तुम्हारे सामने बैठा हूँ। और तुम खुल के बात करने के लिए इतना सोच रही हो। बिंदास कहो।
फिर एक सेक्सी मुस्कराहट के साथ आंटी ने अपनी बात शुरू की और उन्होंने कहा। साहब आपने मेडम की भोसड़ी को चाटा है ? मेने हैरान होते हुए कहा ओहो आंटी आप तो बहुत डेंजर चीज हो। फिर उसने कहा बताओ ना साहब। मेने कहा हाँ जी मेने आपकी मेडम की चूत को खूब चाटा है। फिर आंटी ने पूछा साहब आप का लौड़ा उन्होंने कभी मुँह में लेकर चूसा है। अब इस बार मेने सर नीचे कर लिया। मेने कहा नहीं उसे ये सब पसंद नहीं है। जो कुछ गन्दी हरकत होती है वो में ही ज्यादा करता हूँ।
फिर आंटी ने हँसते हुए कहा फिर तो साहब आपको सेक्स का असली सुख तो मिला ही नहीं है। उसकी बात सुनकर मेने सोचा हां बात तो सही है। फिर मेने उससे कहा क्या करूँ यार आंटी अब शादी उसी से हुयी है। अब कर भी क्या सकते है। आंटी बोली साहब मेने आपको बताया तो में सारे काम करती हूँ बस पैसा लगता है।
मुझे उसकी बातो में दम लगा। मेने सोचा चलो ठीक हे यार एक पैसे देकर ही कुछ करवा लिया जाए। मेने फिर आंटी के सामने अंगड़ाई लेते हुए कहा यार बहुत थकान हो रही है। क्या तुम मेरी मालिश कर सकती हो। उसने कहा हां साहब बिलकुल कर दूंगी। मेने कहा वहा आलमारी में सरसो का तेल रखा है। उसे लेकर आओ और मेरी मसाज कर दो। मेरा तो लण्ड ऐसे ही खड़ा हुआ था।
फिर आंटी कुछ ही देर में सरसो का तेल लेकर आयी और मुझे पलटने को कहा और मेरी पीठ से चादर को सरकाते हुए मेरी गांड तक ले आयी। और मेरी पीठ पर मालिश करने लगी। फिर उसने मुझे सीधा किया और मेरे सीने और पेट पर मालिश करने लगी। उस सेक्सी औरत का हाथ जैसे ही मेरे जिश्म पर चल रहा था। मेरा लण्ड पानी की बूंदे निकालते जा रहा था।
अब उसने मेरे हाथो पर मसाज के लिए मेरे हाथो को ऊपर किया तो उसने देखा की मेरे बगल ( underarm ) के बाल काफी बढ़ चुके थे। फिर उसने उन बढे हुए बालो को देखकर कहा क्या साहब ये बाल क्यों बढ़ा रखे है ? ज़रा सफाई रखा कीजिये। मेने कहा अरे मुझे समय नहीं मिलता है यार। उसने कहा अच्छा आपका शेविंग वाला रेज़र कहा रखा है। मेने कहा वो तो बाथरूम है , उसने बाथरूम से जाकर मेरा जिलेट का रेज़र लेकर आयी और मेरे बगल के बालो को काटकर उन्हें साफ़ क्या।
फिर उसने मुझे उल्टा लेटाकर मेरी चादर को पूरा हटा दिया। मेने कहा अरे ये क्या किया बोली साहब गांड ही तो है लाओ इस पर भी मालिश कर दू। उसने मेरी गांड पर तेल लगाकर अच्छे से मसाज किया। फिर आंटी कहने लगी साहब अब वही जगह बची है , लाओ उस पर भी मालिश कर दू। फिर में उसके तरफ घूम गया उसने देखा मेरा लौड़ा एकदम टाइट खड़ा हुआ था।
उसने जैसे ही मेरे लण्ड पर हाथ लगाया मेरे जिस्म में करेंट दौड़ गया पर में रिलैक्स होकर लेट गया। अब उसने मेरे लण्ड की मसाज शुरू की पहले उसने तेल से मेरे लौड़े को पूरा गीला करके चिकना कर दिया। अब उसने कड़क हाथो से मसाज की। मेरा बहुत देर से खड़ा हुआ था तो उसके द्वारा जब मेरे लौड़े की चमड़ी को ऊपर निचे किया गया तो मेरा वीर्य निकल कर आंटी के हाथो पर जा पहुंचा।
आंटी बोली साहब हाथ लगते ही निकल गया है क्या बात है। मेने कहा वो काफी देर से खड़ा है इसलिए जल्दी गिर गया। फिर आंटी बोली कोई बात नहीं साहब वापस खड़ा हो जायेगा। फिर उसने टॉवल से मेरे लण्ड को अच्छे से साफ़ किया। और फिर आंटी ने मेरे लण्ड को सहलाते हुए अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी। ओह्ह्ह्ह क्या मजा आ रहा था। उसके चूसने का अंदाज बहुत ही शानदार था। में आपको क्या बताऊ। फिर आंटी ने मेरी गोटियों को अपने मुँह में भरकर उन्हें लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
आंटी ने इस तरह से मेरे लण्ड और आंड चूसने से मुझे बहुत मजा आने लगा था। फिर आंटी ने पूछा क्यों साहब कैसा लगा। मेने बस तुम करती जाओ। मुझे बहुत मजा आ रहा है। आंटी ने फिर अपने सारे कपडे निकाल दिए आंटी को नंगी देखकर तो मेरा लण्ड मस्त हो गया। उसकी बड़ी गांड और सुडोल बूब्स देखकर तो कोई भी उसके मुँह पर ही मुठ मार दे। आंटी इतनी ज्यादा सेक्सी लग रही थी की मेरी शरम ही मर गयी मेने उसे फिर से अपना लौड़ा चूसने के लिए उसके मुँह में ठूंस दिया। और फिर मेरे लण्ड को हिला हिला कर चाटने व चूसने लगी।
फिर मेने देखा की आंटी नीचे लेट गयी मुझे कहा की आपकी गांड का छेद मेरे मुँह पर रखो और मेरे बूब्स की तरफ अपना लण्ड करो। दोस्तों जैसे ही मेने अपनी गांड उसके मुँह पर लगाई मेरे जिस्म में झनझनाहट होने लगी। में दावा करता हु की आप लोगो में भी गिनती के लोग होंगे जिन्होंने अपनी गांड किसी औरत या लड़की से चटवाई हो। कसम से मजा आ गया।
फिर आंटी ने मुझे अपने बूब्स के ऊपर मुतने को कहा और मेने आंटी के ऊपर मुतकर उन्हें पूरा गीला कर दिया। फिर हम दोनों बाथरूम में गए। वहा हम साथ साथ नंगे होकर खूब नहाये उसके बाद मेने उसे अपने बेड पर लेटाकर बहुत चोदा। फिर आंटी से पहले ही में झड़ गया। तब आंटी ने ऊँगली करके मेरे सामने ही अपना पानी निकाला। और तब जाकर हम लोग शांत हुए। दोस्तों ऐसी चुदाई ने मुझे किसी अंग्रेजी फिल्म की याद दिला दी।
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सेक्सी आंटी को गंदे तरीके से चोदा - सेक्सी आंटी की चुदाई
हेलो दोस्तों मेरा नाम साहिल है। मैं औरंगाबाद में एक कम्पनी में काम करता हूँ , मैं वहा अपनी वाइफ के साथ ही रहता था। पर मेरी बीवी के घर पर परिवार में किसी की शादी थी तो वह गांव चली गयी थी। और में अभी अकेला ही था। मुझे मेरी बीवी को लेने अब खुद ही एक महीने बाद जाना था। मुझे छुट्टी नहीं मिली इसीलिए में नहीं जा सका।इसे भी पढ़ें - hard sex with punishment new sex story hindi
मेरी बीबी के जाने के बाद अब मुझे खाना बनाने में दिक्कत थी इसलिए मेने सोचा क्यों न कुछ दिन किसी खाना बनाने वाली बाई को बुला लिया जाए। फिर मेने यही समझा और एक खाना बनाने वाली आंटी को अपने यहां खाना बनाने के लिए रख लिया। मेने जिस आंटी से बात की थी उसने अगले दिन लगभग तीस साल की एक औरत तो मेरे घर खाना बनाने भेजा।
मेने देखा की ये औरत कोई और है तो मेने उनसे पूछा की मेने जिन आंटी से खाना बनाने के लिए बात किया था। उन्होंने ही आपको भेजा क्या ? उसने कहा हां उनके पास टाइम खाली नहीं है। इसलिए उन्होंने मुझे ही भेज दिया। मेने कहा ठीक हे। कल से थोड़ा जल्दी आ जाना। और बाकि काम भी समझ लो। और मेने उसे सारा काम बता दिया।
वो रोज आकर अपना काम करती और वापस चली जाती क्युकी मुझे भी ज्यादा टाइम नहीं रहता था। एक दिन लगभग एक हफ्ते बाद मेने देखा की मेरे बहुत सारे कपडे धोने के लिए हो गए हे तो मेने आंटी को बुलाकर उनसे पूछा की क्या तुम मेरे कपड़ो को भी धो सकती हो। उसने कहा हां साहब में सारे काम करती हूँ पर उसका पैसा अलग लगेगा। मेने कहा ठीक है में नहा लेता हूँ। तुम सारे कपडे अच्छे से धो दो।
चूँकि मेरी बीवी घर चली गयी थी तो मेरे बाकि सारे काम बिखर गए थे। मुझे उस दिन रविवार की छुट्टी मिली तो मेने सोचा आज आंटी से सारे काम करवा लिए जाए वो मेरी मदद कर देगी। में सुबह चाय पीकर हमेशा की तरह बाथरूम में नहाने चला गया। और बाहर मेरे सारे कपडे रख दिया धोने के लिए।
में बाथरूम में अंदर नहाने चला गया। और तब तक आंटी ने मेरे सारे कपडे टब में भीगा दिए थे धोने के लिए। तभी मेने जैसे ही नहाया मुझे याद आया की मेने अपना टॉवेल और चड्डी बनियान बाहर ही रख कर आ गया हु। अब मुझे रोज अपनी बीवी को आवाज देकर टॉवेल मांगने की आदत थी। लेकिन आज बीवी नहीं थी तो मेने बाथरूम का दरवाजा खोला और आंटी को आवाज देकर कहा आंटी वहा बाहर एक टॉवल होगा ज़रा मुझे दीजिये।
आंटी बोली अरे साहब मेने तो सारे कपडे भीगा दिए। मेने आश्चर्य से पूछा तो क्या वो चड्डी बनियान भी भीगा दिए।तो उसने मुस्कुराते हुए कहा हां साहब। मेने कहा अरे यार अब में क्या पहनु ? फिर में ऐसी ही भीगी चड्डी में बाहर आया। और वहा एक मेरा सफ़ेद रंग का सर में बाँधने का बड़ा अंगौछा रखा हुआ था। मेने उसे ही लपेट लिया। और चड्डी निकाल कर बाथरूम में रख दिया। वहा से उठाकर आंटी से उसे भी धो दिया। मौसम बारिश का था तो कपडे जल्दी सूखने वाले नहीं थे। मतलब आज मुझे इसी तरह नंगा बस एक रुमाल के जरिये रहना था।
कुछ ही देर में आंटी आई बोली साहब आप खाना खालो आज मेरी वजह से आपका नुक्सान हो रहा है। मेने कहा नहीं कोई नुकसान की बात नहीं है। बस मुझे थोड़ा बाहर जाना था तो वो नहीं जा सकता अब। आंटी ने कहा रहने दो साहब आज यही रहो। मेने कहा हां अब तो रहना ही है। अब में वही बैठा मोबाइल में सेक्स स्टोरी पढ़ने लगा क्युकी मुझे अब वो आंटी का काम करते हुए गांड दिखाना बहुत अच्छा लग रहा था। में अक्सर sexstoryhindi.xyz पर सेक्सी कहानिया हिंदी में पढता रहता हूँ।
आंटी मुझसे बोली साहब आराम से लेट जाओ बेड पर कब तक बैठोगे। मेने कहा ठीक है। और में अब लेटकर स्टोरी पढ़ने लगा। मेने देखा की मेरे लण्ड ने उस रुमाल को तम्बू बना दिया है। और रुमाल से मेरा लण्ड बड़ी ही आसानी से दिख रहा था। मेरी डेली चुदाई करने की आदत थी। मेरी मेरी बीवी को बहुत चोदा करता था। इसलिए जब मेने लगभग एक हफ्ते से सेक्स नहीं किया तो मेरा लण्ड एकदम टाइट होकर चुदाई की डिमांड करने लगा।
और जैसे ही में आंटी की तरफ देखता मेरा उसे कोलगेट कराने को मन करता। क्युकी वो दिखने में ही बहुत बड़ी चुदक्कड़ लग रही थी। आंटी किचन में मेरे लिए खाना लेने चली गयी और में स्टोरी पढ़ कर अपना लौड़ा सहला रहा था। में समझ गया की अब ये मेरा लण्ड बिना मुठ मारे शांत नहीं होगा और मेने जब मुठ मारने के हिसाब से लण्ड को बाहर निकालकर एक दो झटके मारे ही थे की आंटी आ गई और बोली लो साहब गरमा गरम खाना जल्दी से खा लो। अब मेरा तो दिमाग ही ख़राब हो गया। की अब उठूंगा तो आंटी को भी मेरे लौड़े के दर्शन हो जायेंगे। मेने सोचा की कैसे भी करके एक बार बैठ जाउ बस।
तभी मेने आंटी को नमक लाने को कहा वो जैसे ही किचन की और मुड़ी में वैसे ही झट से बैठने के लिए खड़ा हुआ। पर जल्दी उठने के चक्कर में मेरा रुमाल निचे गिर गया। और आंटी बोली अरे साहब नमक मेने रखा हे पहले से ही और वो पीछे घूम गई। फिर क्या था मेरा तना हुआ लौड़ा उसके सामने था। मेने फिर भी जल्दी से अपना रुमाल उठाया और उसे लपेटा भी नहीं बस लण्ड के सामने रखकर बैठ गया।
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आंटी मुझे देखकर बस हस रही थी। में अब उससे नजर भी नहीं मिला पा रहा था। क्युकी अभी सेक्स शर्म से थोड़ा बढ़ा नहीं था। फिर आंटी ने मुझे कहा लाओ साहब आज सब कपडे धूल गए हे तो आपका ये रुमाल भी धो ही देती हूँ। अब मेने उसकी और देखा तो वो बोली अरे साहब पहले आप खाना खा लें। और जब लेटें तो चादर ओढ़ कर लेट जाना। वो इतना कहते ही हंसने लगी। तो मेने इस पर कुछ नहीं कहा।
फिर में खाना खाकर बेड पर लेट गया। और फिर मेने उस रुमाल को सच में निकाल कर आंटी को देते हुए कहा लो इसे भी धो देना। पर इससे पहले मेंने चादर ओढ़ चुका था। फिर क्या था आंटी को पता था की अब में पूरा नंगा हूँ। तो फिर वो भी मेरी और देख कर खूब मुस्कुराने लगी। फिर वो वही कपडे भिगाकर मेरे पास आ गयी और उसने मुझे कहा साहब मेडम को गए कितने दिन हुए है ? मेने कहा अभी एक हफ्ता हुआ है। फिर उसने कहा साहब मेडम की फोटो दिखा सकते हो क्या। मेने कहा हां बिलकुल देखो।
मैने उसकी और अपना मोबाइल देते हुए अपनी वाइफ की कुछ फोटोज दिखाई तो उसने फोटो देखने के बाद कहा साहब मेडम बहुत खूबसूरत है। मैने कहा सुक्रिया आंटी। फिर उसने कहा पर साहब में एक बात यकीन से कह सकती हूँ की आपने मेडम के साथ फुल एन्जॉय नहीं किया होगा। मैंने कहा क्या मतलब है तुम्हारा? उसने कहा मतलब मेडम के साथ आपने सब कुछ नहीं किया होगा।
असल में मैं उसका मतलब नहीं समझा में समझा वो चुदाई की बात कर रही है। इसलिए मेने कहा नहीं हम लोगो ने सब कुछ बहुत अच्छे से किया है। ये तुम इसलिए तो नहीं पूछ रही हो क्युकी हमारे कोई बच्चे नहीं है। पर बच्चे तो हम लोगो ने अपनी इच्छा से ही नहीं किये है। तब आंटी ने कहा नहीं साहब वो बात नहीं है। आप कहो तो में आपसे खुल के बात करूँ। मैने कहा अरे यार आंटी में सब कुछ खोल कर तुम्हारे सामने बैठा हूँ। और तुम खुल के बात करने के लिए इतना सोच रही हो। बिंदास कहो।
फिर एक सेक्सी मुस्कराहट के साथ आंटी ने अपनी बात शुरू की और उन्होंने कहा। साहब आपने मेडम की भोसड़ी को चाटा है ? मेने हैरान होते हुए कहा ओहो आंटी आप तो बहुत डेंजर चीज हो। फिर उसने कहा बताओ ना साहब। मेने कहा हाँ जी मेने आपकी मेडम की चूत को खूब चाटा है। फिर आंटी ने पूछा साहब आप का लौड़ा उन्होंने कभी मुँह में लेकर चूसा है। अब इस बार मेने सर नीचे कर लिया। मेने कहा नहीं उसे ये सब पसंद नहीं है। जो कुछ गन्दी हरकत होती है वो में ही ज्यादा करता हूँ।
फिर आंटी ने हँसते हुए कहा फिर तो साहब आपको सेक्स का असली सुख तो मिला ही नहीं है। उसकी बात सुनकर मेने सोचा हां बात तो सही है। फिर मेने उससे कहा क्या करूँ यार आंटी अब शादी उसी से हुयी है। अब कर भी क्या सकते है। आंटी बोली साहब मेने आपको बताया तो में सारे काम करती हूँ बस पैसा लगता है।
मुझे उसकी बातो में दम लगा। मेने सोचा चलो ठीक हे यार एक पैसे देकर ही कुछ करवा लिया जाए। मेने फिर आंटी के सामने अंगड़ाई लेते हुए कहा यार बहुत थकान हो रही है। क्या तुम मेरी मालिश कर सकती हो। उसने कहा हां साहब बिलकुल कर दूंगी। मेने कहा वहा आलमारी में सरसो का तेल रखा है। उसे लेकर आओ और मेरी मसाज कर दो। मेरा तो लण्ड ऐसे ही खड़ा हुआ था।
फिर आंटी कुछ ही देर में सरसो का तेल लेकर आयी और मुझे पलटने को कहा और मेरी पीठ से चादर को सरकाते हुए मेरी गांड तक ले आयी। और मेरी पीठ पर मालिश करने लगी। फिर उसने मुझे सीधा किया और मेरे सीने और पेट पर मालिश करने लगी। उस सेक्सी औरत का हाथ जैसे ही मेरे जिश्म पर चल रहा था। मेरा लण्ड पानी की बूंदे निकालते जा रहा था।
अब उसने मेरे हाथो पर मसाज के लिए मेरे हाथो को ऊपर किया तो उसने देखा की मेरे बगल ( underarm ) के बाल काफी बढ़ चुके थे। फिर उसने उन बढे हुए बालो को देखकर कहा क्या साहब ये बाल क्यों बढ़ा रखे है ? ज़रा सफाई रखा कीजिये। मेने कहा अरे मुझे समय नहीं मिलता है यार। उसने कहा अच्छा आपका शेविंग वाला रेज़र कहा रखा है। मेने कहा वो तो बाथरूम है , उसने बाथरूम से जाकर मेरा जिलेट का रेज़र लेकर आयी और मेरे बगल के बालो को काटकर उन्हें साफ़ क्या।
फिर उसने मुझे उल्टा लेटाकर मेरी चादर को पूरा हटा दिया। मेने कहा अरे ये क्या किया बोली साहब गांड ही तो है लाओ इस पर भी मालिश कर दू। उसने मेरी गांड पर तेल लगाकर अच्छे से मसाज किया। फिर आंटी कहने लगी साहब अब वही जगह बची है , लाओ उस पर भी मालिश कर दू। फिर में उसके तरफ घूम गया उसने देखा मेरा लौड़ा एकदम टाइट खड़ा हुआ था।
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आंटी बोली साहब हाथ लगते ही निकल गया है क्या बात है। मेने कहा वो काफी देर से खड़ा है इसलिए जल्दी गिर गया। फिर आंटी बोली कोई बात नहीं साहब वापस खड़ा हो जायेगा। फिर उसने टॉवल से मेरे लण्ड को अच्छे से साफ़ किया। और फिर आंटी ने मेरे लण्ड को सहलाते हुए अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी। ओह्ह्ह्ह क्या मजा आ रहा था। उसके चूसने का अंदाज बहुत ही शानदार था। में आपको क्या बताऊ। फिर आंटी ने मेरी गोटियों को अपने मुँह में भरकर उन्हें लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
आंटी ने इस तरह से मेरे लण्ड और आंड चूसने से मुझे बहुत मजा आने लगा था। फिर आंटी ने पूछा क्यों साहब कैसा लगा। मेने बस तुम करती जाओ। मुझे बहुत मजा आ रहा है। आंटी ने फिर अपने सारे कपडे निकाल दिए आंटी को नंगी देखकर तो मेरा लण्ड मस्त हो गया। उसकी बड़ी गांड और सुडोल बूब्स देखकर तो कोई भी उसके मुँह पर ही मुठ मार दे। आंटी इतनी ज्यादा सेक्सी लग रही थी की मेरी शरम ही मर गयी मेने उसे फिर से अपना लौड़ा चूसने के लिए उसके मुँह में ठूंस दिया। और फिर मेरे लण्ड को हिला हिला कर चाटने व चूसने लगी।
फिर मेने देखा की आंटी नीचे लेट गयी मुझे कहा की आपकी गांड का छेद मेरे मुँह पर रखो और मेरे बूब्स की तरफ अपना लण्ड करो। दोस्तों जैसे ही मेने अपनी गांड उसके मुँह पर लगाई मेरे जिस्म में झनझनाहट होने लगी। में दावा करता हु की आप लोगो में भी गिनती के लोग होंगे जिन्होंने अपनी गांड किसी औरत या लड़की से चटवाई हो। कसम से मजा आ गया।
फिर आंटी ने मुझे अपने बूब्स के ऊपर मुतने को कहा और मेने आंटी के ऊपर मुतकर उन्हें पूरा गीला कर दिया। फिर हम दोनों बाथरूम में गए। वहा हम साथ साथ नंगे होकर खूब नहाये उसके बाद मेने उसे अपने बेड पर लेटाकर बहुत चोदा। फिर आंटी से पहले ही में झड़ गया। तब आंटी ने ऊँगली करके मेरे सामने ही अपना पानी निकाला। और तब जाकर हम लोग शांत हुए। दोस्तों ऐसी चुदाई ने मुझे किसी अंग्रेजी फिल्म की याद दिला दी।
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